सोमवार, सितंबर 11, 2006

हे आरक्षण

पेट में कैंची
भूल गये साहब
हे आरक्षण


दो व दो पांच
सिखाते माड़साब
हे आरक्षण

वोट बैंक को
ललचाते नेताजी
लो आरक्षण

सुनाते जज
आरक्षक को फांसी
हे आरक्षण

चोर डकेत
बन गए सांसद
हे आरक्षण

1 टिप्पणियाँ:

pradip kumar nepal ने कहा…

Your Hykoo, touch my heart , because I'm from Nepal and we are going to make "AraSkhan" for name of Dalit, women and bla bla.... Where we are going in the name of arakskhan.