सोमवार, सितंबर 11, 2006

देश की दशा

गेंद व बल्ला
सौ करोड़ मिलके
करते हल्ला

खा रहे देश
मिलकर सांसद
जनता मौन

बनेगी दिल्ली
गरीबो की कीमत
मानो पेरिस

आस में बैठा
निकलेगा सूरज
वो राजस्थानी
(राजस्थान में बाढ़ का आलम है।)


रात अंधेरी
बिकने को तैयार
पैसों से प्यार

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