आये लक्ष्मीजी
हेलीपेड में बैठ
करो दर्शन
लेकर आया
कोई कार लक्जरी
वो भीख मांग
करे भोजन,
चढ़ाये प्रसाद या
छोड़े फटाखे?
तुम्ही बताओ
मनाये भूखे पेट
कैसे दीवाली?
नहीं रहेगा
फिर भी अंधियारा
मन आसक्त
दो बूँद तेल
पर आपार श्रृद्धा
दीया जलेगा
माँ लक्ष्मी और प्रभू श्री गणेश के चरणों में "कविराज" का शत्-शत् नमन!!!
आप सबको दीपावली की ढ़ेरों शुभकामनाएँ!!!
3 टिप्पणियाँ:
करे भोजन,
चढ़ाये प्रसाद या
छोड़े फटाखे?
क्या दुविधा है!
आपका यह
हायकू मुझे अच्छा
लग रहा है।
आपको इस
दीवाली की हार्दिक
शुभकामनाऐ
करे भोजन,
चढ़ाये प्रसाद या
छोड़े फटाखे?
तुम्ही बताओ
मनाये भूखे पेट
कैसे दीवाली?
तो भैया पहले खाना खा लो बाद में चला लेना पटाखे तो
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